धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राजा शिशुपाल का वध करते समय भगवान कृष्ण के बाएं हाथ की ऊंगली से खून बहने लगा. जिसे देख दुखी द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर कृष्ण की ऊंगली में बांध दिया. माना जाता है कि तभी से श्री कृष्ण द्रौपदी को अपनी बहन मानते थे/
शिशु वाटिका
सालों बाद जब पांडव द्रौपदी को जुए में हार गए थे और भरी सभा में द्रौपदी का चीरहरण किया जा रहा था. उस समय भगवान कृष्ण ने एक भाई का फर्ज निभाते हुए बहन द्रौपदी की लाज बचाई थी. कहा जाता है कि उसी समय से रक्षाबंधन के त्योहार की शुरुआत हुई थी/